ओम कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणत:। क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नमः।।

एडवांटा कंपनी ने किसानों के बीच किया “दूध का दूध, पानी का पानी” कार्यक्रम


सोनभद्र। किसानों के बीच पारदर्शिता और बेहतर फसल प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए एडवांटा कंपनी ने दुद्धी तहसील क्षेत्र के ग्राम मेदनीखाड़, पटेल नगर मार्केट, विंढमगंज में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम को “दूध का दूध, पानी का पानी” एक्टिविटी नाम दिया गया, जिसमें कंपनी के अधिकारी, स्थानीय विक्रेता और सैकड़ों किसान शामिल हुए।कार्यक्रम का संचालन एरिया सेल्स मैनेजर अरुण चतुर्वेदी और टेरिटरी सेल्स मैनेजर मनोज कुमार मौर्य ने किया। मौके पर 4 MDO, स्थानीय विक्रेता प्रेमलाल सिंह (पटेल नगर मार्केट) और बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

एडवांटा – भारत की पहली बहुराष्ट्रीय बीज कंपनी

शुरुआत में टेरिटरी सेल्स मैनेजर मनोज कुमार मौर्य ने कंपनी का परिचय देते हुए बताया कि एडवांटा पहली भारतीय बहुराष्ट्रीय बीज कंपनी है।

यह कंपनी मक्का, बाजरा , धान, सरसों और हरे चारे के बीजों के क्षेत्र में काम करती है। एडवांटा न केवल भारत में खरीफ मक्का की अग्रणी कंपनी है बल्कि विश्व स्तर पर चारे की सबसे बड़ी कंपनी के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है।

फसल प्रदर्शन – ADV 765 वर्टीक्स बनाम अन्य हाइब्रिड

कार्यक्रम के दौरान किसान राकेश कुमार के खेत में एडवांटा का नया हाइब्रिड मक्का ADV 765 वर्टीक्स और क्षेत्र की एक अन्य प्रचलित मक्का प्रजाति का तुलनात्मक प्रदर्शन किया गया।

दोनों प्रजातियों के 15-15 भुट्टे तोड़कर उनकी छिलाई और दाना निकालने की प्रक्रिया की गई।

जांच में पाया गया कि ADV 765 वर्टीक्स का सेलिंग प्रतिशत 80.7% रहा, जबकि अन्य प्रचलित मक्का का सेलिंग प्रतिशत केवल 73.91% निकला।


क्यों बेहतर है एडवांटा मक्का?


कंपनी अधिकारियों ने बताया कि ADV 765 वर्टीक्स में कई ऐसी खूबियां हैं जो इसे किसानों के लिए ज्यादा लाभकारी बनाती हैं—

भुट्टा पूरा लास्ट तक भरा हुआ और दाने एक समान निकलते हैं।

दाने लंबे, मोटे और वजनदार होते हैं।

बालड़ी पतली होती है, जिससे शुद्ध दाना अधिक निकलता है।

भुट्टे का हस्क कवर मजबूत और सॉलिड रहता है, जिससे कीड़ों का प्रकोप कम होता है और पानी अंदर नहीं जाता।

उत्पादन और मुनाफे में बड़ा अंतर


तुलना में यह स्पष्ट हुआ कि:

ADV 765 वर्टीक्स का उत्पादन रहा → 34 क्विंटल 41 किलो प्रति एकड़

अन्य हाइब्रिड मक्का का उत्पादन रहा → 25 क्विंटल 25 किलो प्रति एकड़





👉 यानी एडवांटा मक्का से किसानों को प्रति एकड़ 9 क्विंटल 16 किलो अधिक उत्पादन मिला।


अगर बाजार का औसत भाव ₹20 प्रति किलो माना जाए तो किसानों को ADV 765 वर्टीक्स की खेती से प्रति एकड़ ₹18,320 का शुद्ध अतिरिक्त लाभ प्राप्त हुआ।

यह मक्का केवल 105 से 110 दिन में तैयार हो जाता है, जिससे किसानों के लिए यह और भी लाभदायक है।

किसानों में उत्साह

इस फसल प्रदर्शन और पारदर्शी तुलना को देखकर किसानों ने एडवांटा की तकनीक और बीज की गुणवत्ता की सराहना की। कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों किसानों ने भरोसा जताया कि आने वाले सीजन में वे ADV 765 वर्टीक्स की खेती को प्राथमिकता देंगे।



एडवांटा कंपनी का “दूध का दूध, पानी का पानी” कार्यक्रम किसानों के बीच न केवल जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा, बल्कि इससे यह भी साबित हुआ कि सही बीज का चुनाव कर किसान अपनी उपज और आमदनी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी कर सकते हैं।



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