धान की नई किस्म ADV 8200 बनी आकर्षण का केंद्र, उपज में 2 से 5 कुंतल की बढ़ोतरी संभव
घोरावल (सोनभद्र), 14 मई — एडवांटा सीड कंपनी द्वारा मंगलवार को घोरावल क्षेत्र में एक भव्य और ज्ञानवर्धक प्रगतिशील किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के पचास से अधिक प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। आयोजन का उद्देश्य किसानों को आगामी धान सीजन के लिए वैज्ञानिक तरीके और उन्नत बीज तकनीकों से अवगत कराना था।
कार्यक्रम की शुरुआत कंपनी के टेरेटरी मैनेजर मनोज मौर्या द्वारा स्वागत भाषण से की गई, जिसमें उन्होंने धान की नर्सरी तैयार करने की वैज्ञानिक विधियों और बेहतर फसल प्रबंधन पर जानकारी दी।
संगोष्ठी में धान की नई किस्म ADV 8200 को प्रस्तुत किया गया, जिसे कंपनी ने विशेष रूप से मध्यम अवधि (115–120 दिन) की उच्च उपज देने वाली किस्म के रूप में विकसित किया है। स्थानीय प्रगतिशील किसान विनोद मौर्या (विरखुर्द) और अंजनी पटेल (भारकना) ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस किस्म से उन्हें प्रति एकड़ 25 से 27 कुंतल तक उपज प्राप्त हुई है, जो अन्य हाइब्रिड किस्मों की तुलना में 2 से 5 कुंतल अधिक है।
कार्यक्रम में आनंद कृषि उद्योग के प्रोप्राइटर अभिनव गुप्ता ने भी शिरकत की। उन्होंने किसानों को खेती के व्यवसायिक दृष्टिकोण पर प्रेरित किया और कहा कि आज की कृषि केवल परंपरा नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक निवेश बन चुकी है। उन्होंने किसानों से एडवांटा कंपनी के हाइब्रिड बीजों व आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने की अपील की।
टेरेटरी मैनेजर मनोज मौर्या ने बताया कि समय पर नर्सरी तैयार करना, मिट्टी की जांच कर उर्वरक का संतुलित उपयोग करना और रोग नियंत्रण के लिए वैज्ञानिक उपाय अपनाना— ये सब मिलकर कम लागत में अधिक उत्पादन संभव बनाते हैं।
कार्यक्रम के अंत में, एडवांटा कंपनी द्वारा कई किसानों को उत्कृष्ट कृषि कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया। संगोष्ठी में अनुभवी और युवा दोनों वर्गों के किसानों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली, जिससे यह आयोजन ज्ञानवर्धन और प्रेरणा का माध्यम बन गया।
यह संगोष्ठी किसानों को आत्मनिर्भर और वैज्ञानिक सोच से जोड़ने की दिशा में एक उल्लेखनीय प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
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